मेरी माँ नै सिमाई लीली बुंद पहरु तो
मेरी कड़ पाटै कड़ पाटै।
मै ओढ पहर पानी जाए सरवर पै बैठे छोरे देखे।
भाई किस छोरे कि नार चालै सै या
तो डट डट कै डट डट कै।
भाई उस छोरे कि नार पजामा पहरै नाड़ा
लटकै नाड़ा लटकै।
मै जल भर उलटी आई पोलया मै बैठा
गुस्सा भर के गुस्सा भर के।
गौरी इब तारु तेरी नाड़ छोरा मै मेरी
बेजती करी बेजती करी।
पिया बेसक तारो नाड़ नाड़ा तो थारा
इब भी लटकै इब भी लटकै।
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