प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा श्रृंगारहै।

तेरे गजरे के फूल बड़े प्यारे। कोई गिन ना सके इतने सारे। 

सारा गुलशन बना तेरा हार है।सोना सोना मां तेरा श्रृंगार है।

प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा श्रृंगार है।

तेरी चुनरी की शोभा निराली। तेरी मेहंदी लगे मां मतवाली। 

तेरे रंगों में रंगा संसार है। सोना सोना मां तेरा श्रृंगार है।

प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा श्रृंगार है।

तेरे दरबार का मां क्या कहना।दिल करता यही पर रहना।तेरे चरणों में मेरा संसार है।प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है।

प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा श्रृंगार है।

तेरी सुरत माँ पल- पल निहारे।तुझे देख-देख जीवन गुजारु।

तेरे भगतो को तेरा इंतजार है।सोना-सोना माँ तेरा श्रृंगार है।


0 Comments

Leave a Reply

Avatar placeholder

Your email address will not be published. Required fields are marked *