
भरत को राम मिले वन मे खुशी हुई दोनों के मन मे।पिता का हाल बता भाई माता का हाल बता भाई। पिता की मृत्यु हुईं भाई माता तो दुखी घनी भाई।पिता का हवन करा भाई माता को धीरज धरा भाई।
भरत 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
महल का हाल बता भाई रसोइया का हाल बता भाई । महल मे दिया नहीं भाई रसोइया मे भोजन नहीं भाई ।महल मे दिया जलावो भाई रसोइया मे भोजन बनाओ भाई।
भरत 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
राज का हाल बता भाई प्रजा का हाल बता भाई ।
राज को राज नहीं भाई प्रजा तो दुखी घनी भाई।
राज को राज करो भाई प्रजा को धीरज धरो भाई।
भरत 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
बाग का हाल बता भाई ताल का हाल बता भाई।
बाग तो सुखा पड़ा भाई ताल मे पानी नहीं भाई।
बाग को हरा करो भाई ताल मे पानी भरो भाई।
भरत 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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