चार बाहन हम माँ की जाई हे-हे म्हारे एक बिजेन्द्र भाई।
चाचा ताऊ मेरा भाई भतीजा।हे-हे मेरी करने चला सगाई।
लगन लिखा दिया बान बैठा दई।हे-हे बारोठी की हुई तैयारी।
बारोठी पे जब रै चलुंगा।रै-रै थम दे दो जहाज हवाई।
चाचा ताऊ मेरा खड़ा-खड़ा हसँ रहा।हे-हे मेरा रोवै बिजेन्द्र भाई।
चाचा ताऊ मेरा परै-परै हट लो।रै-रै मत रोवा बिजेन्द्र भाई।
धरती का हो छोरा दामन सिलवादे।रस्ते का हो छोरा बाडर लगवादे।काली रै नाग का नाड़ा डलवादे।अम्बर की हो छोरा चुंदड़ी बनादे।तारा तोड़ सितारा लगवादे।रै-रै हम दे दया जहाज हवाई।धरती का हे छोरी दामन नहीं सिलता।रस्ते का हे छोरी बाडर नहीं लगता।काली हे नाग का नाड़ा नहीं डलता।अम्बर की हे छोरी चुंदड़ी ना बनती।तारा तोड़ सितारा नहीं लगता।हे-हे हम ना लया जहाज हवाई।चाचा ताऊ मेरा खड़ा-खड़ा देख।हे-हे मेरा हसँ रहा बिजेन्द्र भाई।
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