
सांवरिया ले चल परली पार।कन्हैया ले चल परली पार।
जहाँ विराजे राधा रानी,जहाँ विराजे राधा रानी ।
अलबेली सरकार , सावरिया ले चल परली पार।
गुण अवगुण सब तेरे अर्पण।पाप पुण्य सब तेरे अर्पण।
बुद्धि सहित मन तेरे अर्पण।ये जीवन भी तेरे अर्पण।
मै तेरे चरनन की दासी।मेरे प्राण आधार।
सावरिया ले 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
तेरी आस लगा बैठी हूँ। अपना आप भूला बैठी हूँ।
अखियाँ खूब थका बैठी हूँ।अपना आप लुटा बैठी हूँ।
सावरिया मै तेरी रागिनी।तु मेरा मल्हार।
सावरिया ले 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
जग की कुछ परवाह नहीं है।अब कोई बाकी चाह नहीं है।चारों तरफ छाया अंधियारा।सुजत कोई राह नहीं है।
मेरे प्रियतम मेरे मांझी।कर दो बेड़ा पार।
सावरिया ले 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
आनंद धन यहाँ बरस रहा है।पत्ता – पत्ता हरष रहा है।
पी पी कह कोई बरस रहा है।भगत बेचारा तरस रहा है।
बहुत हुई अब हार चुकी मै।मत छोडो मझदार।
सावरिया ले 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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