रुकमण करले रसोई तैयार सुदामा के रोज रोज आवै सै।

यो भगत आज घर आया म्हारा भाग कुरबला जागा।

रुकमण कर पूरा सम्मान सुदामा के रोज रोज आवै सै।

रुकमण करले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

मन लाके करियो सेवा थारी सब तैरीया कि मेवा।

रुकमण बालकपन का यार सुदामा के रोज रोज आवै सै।

रुकमण करले💐💐💐💐💐💐💐💐।

लाडु पेड़े बालूशाही और हलवा खीर बनाई।

रुकमण उठैन दे महकार सुदामा के रोज रोज आवै सै।

रुकमण करले💐💐💐💐💐💐💐💐।

आज सारी कला दिखा दे तु छप्पन भोग बना दे।

रुकमण समझो कृष्ण मुरार सुदामा के रोज रोज आवै सै।

रुकमण करले💐💐💐💐💐💐💐💐।

कृष्ण लाल बसे मेरे मन मै जनु दे दु तन मन धन मै।

रुकमण रोहतक मे दरबार सुदामा के रोज रोज आवै सै।

रुकमण करले💐💐💐💐💐💐💐💐💐।


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