
नैनन मै श्याम समाए गयो मोहे प्रेम को रोग लगाये गयो।
मर जाउंगी श्याम तेरी अधरन पे।
मिट जाउंगी श्याम तेरीअखियन पे।
वो तो तिरछी नजर चलाए गयो
मोहे प्रेम को रोग लगाए गयो।
नैनन मे श्याम💐💐💐💐💐💐💐💐।
बलिहारी रे श्याम तेरी अलकन पे।
तेरे बेसर के मोती छलकन पे।
सपने मे हस बतलाए गयो
मोहे प्रेम को रोग लगाए गयो।
नैनन मे श्याम💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
लुट जाउंगी श्याम तेरी लटकन पे ।
बिक जाउंगी श्याम तेरी मटकन पे।
वो तो मधुर मधुर मुस्काए गयो
मोहे प्रेम को रोग लगाए गयो।
नैनन मे श्याम💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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