मेरो पकड़ो हरी नै हाथ अब डर काहे को।

बरसाने कि मै हूँ किशोरी।

नन्दगाँव ससुराल अब डर काहे को।

मेरो पकड़ो 💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

नन्द बाबा मेरे सुसर लगत है।

नन्दरानी मेरी सास अब डर काहे को।

मेरो पकड़ो 💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

बलदाऊ मेरे जेठ लगत है ।

सिर पे धर दियो हाथ अब डर काहे को। 

मेरो पकड़ो 💐💐💐💐💐💐💐💐।

श्री दामा मेरे देवर लगत है।

बालापन के यार अब डर काहे को।

मेरो पकड़ो 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

तेरी मेरी कान्हा प्रीत पुरानी ।

 चाहे जाने सारा संसार अब डर काहे को । 

मेरो पकड़ो 💐💐💐💐💐💐💐💐।    


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