कहां जाओगे मेरे बनवारी होली 

होगी हमारी तुम्हारी ।

यहाँ राधा कि सखियां वहाँ कान्हा के ग्वाल।

दोनों ओर चलेगी पिचकारी होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐💐।

मेरा टीका भी भीगे मेरी बिन्दियां भी भीगे।

जरा धीरे से मारो पिचकारी होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐💐।

मेरा हरवा भी भीगे मेरी माला भी भीगे।

जरा धीरे से मारो पिचकारी होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐।

बाहर जाने ना दुंगी अन्दर आने ना दुंगी।

होली होगी बडी मतवाली होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐।

मेरी पायल भी भीगे मेरे बिछुए भी भीगे।

जरा धीरे से मारो पिचकारी होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐।

मेरी साड़ी भी भीगे मेरी चोली भी भीगे।

जरा धीरे से मारो पिचकारी होली होगी हमारी तुम्हारी।

कहाँ जाओगे💐💐💐💐💐💐💐।


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