
कान्हा मेरे हाथों से निकल गयो रे निकल गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
मथुरा मे देखा मैंने गोकुल मे देखा।
वृन्दावन मे जाके छिप गयो रे छिप गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
कान्हा मेरे हाथों💐💐💐💐💐💐💐।
गंगा मे देखा मैंने सरयू मे देखा।
जमुना मे जाके छिप गयो रे छिप गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
कान्हा मेरे हाथों💐💐💐💐💐💐💐।
पनघट पे देखा मैंने मधुबन मे देखा।
निधिवन मे जाके छिप गयो रे छिप गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
कान्हा मेरे हाथों💐💐💐💐💐💐💐।
फूलों मे देखा मैंने कलियों मे देखा।
खुशबू मे जाके छिप गयो रे छिप गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
कान्हा मेरे हाथों💐💐💐💐💐💐💐।
ललिता से पुछा मैंने विशाखा से पुछा।
राधा जी के दिल मे बस गयो रे बस
गयो रे
मै पकड़न लागी फिसल गयो रे।
कान्हा मेरे हाथों💐💐💐💐💐💐💐।
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