कैसे बताऊ सखी तुमको के माँ मेरी 

दिखती है कैसी।

 दिखती है कैसी मैया दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ सखी💐💐💐💐💐💐।

धरती जैसी सहनशीलता।

ऊची है अम्बर जैसी ओ माँ मेरी दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ💐💐💐💐💐💐💐💐।

सुरज जैसा तेज समाया।

भोली है चंदा जैसी ओ माँ मेरी दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ💐💐💐💐💐💐💐💐।

गंगा जैसी है पावन निर्मल।

शीतल यमुना जैसी ओ माँ मेरी दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ💐💐💐💐💐💐💐💐।

मर्यादा है श्री राम के जैसी।

नटखट कान्हा जैसी ओ माँ मेरी दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ💐💐💐💐💐💐💐💐

सभी रुप मेरी माँ मे समाये।

महिमा कही ना जाए ओ माँ मेरी दिखती है कैसी।

कैसे बताऊ💐💐💐💐💐💐💐💐


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