हो दादसरे तैनै पकड़े कोन्या हाथ टाल कोन्या

करी खिलावन की।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो शुकनी नै जाल बिछाया।

हो जुए का खेल रचाया।

हो दादसरे तैनै💐💐💐💐💐💐💐💐।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो दुश्शासन अत्याचारी।

हो मेरे केश पकड़ के लाया।

हो मैने भरी सभा मे लाया।

हो दादसरे उड़े बैठे सभा मे लोग

के उतरै लाज लुगाई की।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो मै भरी सभा मै घेरी।

हो मैने कृष्ण कृष्ण फेरी।

हो कृष्ण जी मेरी आन बचाओ 

लाज के देखै बाट उघाड़ी की।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो कृष्ण का आसन हालया।

हो उठया तै चक्र चालया।

हो दादसरे उड़ै पड़ै चीर पै चीर 

हार हुई उस दुश्शासन की।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो थारा जीना ठीक नहीं सै।

हो थारी देख जनानी रही है।

हो दादसरे मेरे कान रहे सै गूंज घलै

घमसान लड़ाई मै।

हो दादसरे तैरै कब तै हो गई रीत सभा

मै बहु बुलाने की।

हो एक रावण था अभिमानी।

हो उसनै राम की सीता उठाई।

हो दादसरे उसका नाम रहा ना 

निशान सजा हुई उस रावण की।

हो दादसरे पकड़े कोन्या💐💐💐।

हो दादसरे💐💐💐💐💐💐💐।


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