
हठ पकड़े है नन्दलाला मैया री मोहे चंदा ला दे।चंदा ला दे
चंदा ला दे-चंदा ला दे।
हठ पकड़े💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
मात यशोदा बोली लाला ना रो मेरे होते।हाय कैसी लाल भई है
अखियाँ रोते-रोते।
हठ पकड़े💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
चंदा मामा दूर बसे है कैसे लेकर आऊं।फिर भी तु ना माने तो मै थाली मे दिखलाऊँ।
हठ पकड़े💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
इतना कहकर मात यशोदा थाली लेकर आई।पानी भर कर
दिखलाई है चंदा की परछाई।
हठ पकड़े💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
कृष्ण कन्हैया खुश होकर के लगे बजाने ताली।मैया के बहकावे मे आ फसें है मायाधारी।
हठ पकड़े💐💐💐💐💐💐💐💐💐।
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