गऊ चरा के कृष्ण आया।

सो गया चादर तान जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता बुझैन लागी।

के बेटा रै तेरा सिर भड़कै सै।

के तेरै चढ़ा बुखार जोड़ी कृष्ण की।

ना माता हे मेरा सिर भड़कै सै।

ना मेरै चढ़ा बुखार जोड़ी कृष्ण की।

मेरा री माता ब्याह रचा दे।

उस राधे के साथ जोड़ी कृष्ण की।

तु तो रै बेटा गऊ चरावै।

मै कर आऊ बात जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता पहुंच गई सै।

राधे की माता कै पास जोड़ी कृष्ण की।

तेरा री राधे का ब्याह रचा दे।

मेरे कृष्ण के साथ जोड़ी कृष्ण की।

राधे की माता नाट रही सै।

नाटी बिल्कुल साफ जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता घरनै आई।

सो गई चादर तान जोड़ी कृष्ण की।

गऊ चरा के कृष्ण आया।

माता सोवै उदास जोड़ी कृष्ण की।

के माता री तेरा सिर भड़कै सै।

के तेरै चढ़ा बुखार जोड़ी कृष्ण की।

ना बेटा रै मेरा सिर भड़कै सै।

ना मेरै चढ़ा बुखार जोड़ी कृष्ण की।

राधा की माता नाट गई सै।

नाटी बिल्कुल साफ जोड़ी कृष्ण की।

राधा की माता नै बोली मारी।

दिल मै कर गई घाव जोड़ी कृष्ण की।

तेरा री कृष्ण सावली सुरत कि।

मेरा देखै रुप जोड़ी कृष्ण की।

गऊ बांध के कृष्ण चाला।

चाला यमुना की राहे जोड़ी कृष्ण की।

राधा की सखियां पानी नै चाली।

राधा चाली साथ जोड़ी कृष्ण की।

जब कृष्ण नै गोता लाया।

बन गया काला नाग जोड़ी कृष्ण की।

जब राधे नै घड़ा डबोया।

डस गया काला नाग जोड़ी कृष्ण की।

राधा की माता रोवन लागी।

रोवै टक्कर मार जोड़ी कृष्ण की।

जो कोई मेरी राधे नै बचाले।

उसकी गैलया दुंगी ब्याह जोड़ी कृष्ण की।

बन के सपेरा कृष्ण आया।

एक झाड़ा लाया दो झाड़े लाये।

तीजे मै बच गई जान जोड़ी कृष्ण की।

मोड़ बांध के कृष्ण आया।

राधा नै लाया ब्याह जोड़ी कृष्ण की।

उठो री माता करो आरता।

राधा नै लाया ब्याह जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता नै पीढ़ा घालया।

बैठो कालिये की नार जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता नै भोजन बनाया।

जीमो कालिये की नार जोड़ी कृष्ण की।

कृष्ण की माता नै दूध सिलाया।

पीओ कालिये की नार जोड़ी कृष्ण की।

लाल जनो तो ऐसा जनियो।

माँ का राखै मान जोड़ी कृष्ण की।


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