Mata bhajan
सखी छम छम हो रही रात हो रात
सखी छम छम हो रही रात हो रात मेरे घर मे भवानी घूम रही। चुपके से मैंने सास जगाई। जल का कलशा वो भर लाई। मैंने चरण धुलाए रात हो रात मेरे घर मे भवानी घूम रही। सखी छम छम💐💐💐💐💐💐। चुपके से मैंने जिठानी जगाई। लाल चुनरिया वो ले आई। Read more…







