
घूम रही रे तुलसा ब्रज की नगरिया।
ब्रज की नगरिया वृन्दावन डगरिया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत नन्दगाँव मे पहुंची।
अरे देखे रे नंद भवन कन्हैया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत बरसाना मे पहुंची।
जुगल जोड़ी मे ठाडे रे कन्हैया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत पनघट पर पहुंची।
फोड़ रहे है कान्हा तो गगरिया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत जमना जी पे पहुंची।
चुराय रहे रे कान्हा तो चुनरिया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत वंशीवट पे पहुंची।
बजाए रहे कान्हा तो बासुरिया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत निधिवन जी मे पहुंची।
दबाए रहे है रे राधी जी के पैया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐।
घूमत घूमत गोवर्धन पे पहुंची।
उठाए रहे रे कन्नी पर गिरवैया।
घूम रही💐💐💐💐💐💐💐।
0 Comments