हे गणपति गणराज पधारो किर्तन कि तैयारी है

आओ-आओ जल्दी आओ मन दर्शन को भारी है।

विघ्नो के तुम बने विनाशक रुप चतुर्भुज धारी हो।

मुसे कि तुम करो सवारी।महिमा अपरम्पारी हो।

देर करो मतना तरसाओ चरणों मे अर्ज हमारी है।

आओ-आओ जल्दी आओ मन दर्शन को भारी है।

हे गणपति💐💐💐💐💐💐💐💐।

रिध्दि सिध्दि संग लाओ गणपति दर्शन दे दो किर्तन मे।

भोग लगाऊ शीश झुकाऊ।फुल चढ़ाऊ चरणन मे।

हे गणपति हाथो मे तुम्हारे भगतो लाज हमारी है।

आओ-आओ💐💐💐💐💐।

हे गणपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐।

भगतो कि ये विनती सुनकर शिव सुत प्यारे आए है।

जय-जयकार करो गणपति की।आगे मन हर्षाए है।

बनते कारज अब किर्तन मे।प्रभु कि महिमा न्यारी है।

आओ-आओ💐💐💐💐।

हे गणपति💐💐💐💐💐💐💐💐💐।


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